ज़िन्दगी के सफ़र Zindagi Ke Safar Main Lyrics – Kishore Kumar

ज़िन्दगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं लिरिक्स हिंदी गाना बॉलीवुड फिल्म आप की कसम से लिया गया है। यह गाना सन् 1974 में रिलीज़ किया गया है।
Zindagi ke safar main गायक किशोर कुमार जी ने गाया है। और म्यूज़िक डॉयरेक्टर आर डी बर्मन जी ने Old Hindi Romantic Song Lyrics धुन में बनाया है।
Kishore kumar Zindagi ke safar main गाने को लेखक आनंद बक्शी के द्वारा लिखा गया है।
Rajesh khanna Zindagi ke safar main मेन स्टार कास्ट लीड राजेश खन्ना, मुमताज़ और संजीव कुमार जी ने मुख्य भूमिका निभाई है।

ज़िन्दगी के सफ़र गाने का विडियो लिंक भी नीचे दिया गया है। देखें और शेयर कमेंट भी जरूर करें।

Zindagi Ke Safar Mein Song Discription

  • Song : Zindagi Ke Safar Mein Guzar Jaate Hain ज़िन्दगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं
  • Album / Movie : Aap Ki Kasam (1974)
  • Singer : Kishore Kumar
  • Musician : R. D. Burman
  • Lyricist : Anand Bakshi

ज़िन्दगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मकाम
वो फिर नहीं आते, वो फिर नहीं आते
ज़िन्दगी के सफ़र में…



फूल खिलते हैं, लोग मिलते हैं
फूल खिलते हैं, लोग मिलते हैं मगर
पतझड़ में जो फूल मुरझा जाते हैं
वो बहारों के आने से खिलते नहीं
कुछ लोग एक रोज़ जो बिछड़ जाते हैं
वो हजारों के आने से मिलते नहीं
उम्र भर चाहे कोई पुकारा करे उनका नाम
वो फिर नहीं आते…



आँख धोखा है, क्या भरोसा है
आँख धोखा है, क्या भरोसा है सुनो
दोस्तों शक दोस्ती का दुश्मन है
अपने दिल में इसे घर बनाने न दो
कल तड़पना पड़े याद में जिनकी
रोक लो रूठ कर उनको जाने न दो
बाद में प्यार के चाहे भेजो हजारों सलाम
वो फिर नहीं आते…



सुबहो आती है, रात जाती है
सुबहो आती है, रात जाती है यूँ ही
वक़्त चलता ही रहता है रुकता नहीं
एक पल में ये आगे निकल जाता है
आदमी ठीक से देख पाता नहीं
और परदे पे मंज़र बदल जाता है
एक बार चले जाते हैं जो दिन-रात, सुबहो-शाम
वो फिर नहीं आते…

Watch YouTube Video Song

Video Link Credit By – Goldmine Gane Sune Ansune

Zindagi Ke Safar Mein Lyrics In English

Jindagi ke safr men guzar jaate hain jo makaam
Wo fir nahin ate, wo fir nahin ate



Ful khilate hain, log milate hain magar
Patajhad men jo ful murajha jaate hain
Wo bahaaron ke ane se khilate nahin
Kuchh log ek roj jo bichhad jaate hain
Wo hajaaron ke ane se milate nahin
Umrabhar chaahe koi pukaara kare unaka naam
Wo fir nahin ate …



Ankh dhokha hai, kya bharosa hai, suno
Doston shak dosti ka dushman hai
Apane dil men ise ghar banaane na do
Kal tadpana pade yaad men jinaki
Rok lo, ruthhakar unako jaane na do
Baad men pyaar ke, chaahe bhejo hajaaro salaam
Wo fir nahin ate …



Subah ati hai, raat jaati hai, yunhi
Wakt chalata hi rahata hai, rukata nahin
Ek pal men ye age nikal jaata hai
Adami thhik se dekh paata nahin
Aur parade pe mnjar badal jaata hai
Ek baar chale jaate hain, jo din raat subah shaam
Wo fir nahin ate …

WAS Sunil Sargam

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