“दिल संभल जा जरा, फिर मोहब्बत करने चला है तू” गाना हिंदी गाना लिरिक्स बॉलीवुड मूवी से लिया गया है।
यह “दिल संभल जा जरा” गाना “मर्डर – 2” नामक फिल्म से लिया गया है। और यह गाना सन् 2011 में रिलीज हुआ था। इस गाने को गायक सलीम भट्ट जी ने गाया है।
और इसके लेखक सैयद क्वाद्री है। इसके म्यूजिक डायरेक्टर मिथुन जी हैं। और यह New Hindi Song Lyrics यूट्यूब चैनल म्यूजिक लेबल कंपनी “t-series” पर लॉन्च किया गया है।
“दिल संभल जा जरा, फिर मोहब्बत करने चला तू” गाने का विवरण
• गाना: दिल संभल जा जरा, फिर मोहब्बत
• फिल्म: मर्डर – 2
• रिलीज़ सन्: 2011
• गायक: मो. इरफ़ान, अर्जित सिंह, सलीम भट्ट
• लेखक: सयईद क्वाद्री
• म्यूजिक डायरेक्टर: मिथुन
• म्यूजिक लेबल: टी सीरीज
“दिल संभल जा जरा, फिर मोहब्बत करने चला तू” गाना लिरिक्स हिंदी में
जब जब तेरे पास मैं आया
इक सुकून मिला
जिसे मैं था भूलता आया वो वजूद मिला
जब आए मौसम ग़म के तुझे याद किया
हो जब सहमे तन्हांपन से तुझे याद किया
हम्म दिल संभल जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
जिस राह पे है घर तेरा
अक्सर वहाँ से हाँ मैं हूँ गुज़रा
शायद यही दिल में रहा
तू मुझको मिल जाए क्या पता
क्या है ये सिलसिला
जानू ना मैं जानू ना
हो दिल संभल जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
दिल यहीं रुक जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
कुछ भी नहीं जब दरमियाँ
फिर क्यूँ है दिल तेरे ही ख्वाब बुनता
चाहा की दे तुझको भुला
पर ये भी मुमकिन हो ना सका आ आ
क्या है ये मामला जानू ना मैं जानू ना
दिल संभल जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
दिल यहीं रुक जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
दिल संभल जा ज़रा
फिर मोहब्बत करने चला है तू
“Dil Sambhal Ja Jara, Fir Mohbbat Karane Chala Tu” Lyrics In English
Jab jab tere paas main aaya,
Ik sukoon mila
Jise main tha bhoolta aaya,
Wo wajood mila
Jab aaye mausam gham ke,
Tujhe yaad kiya
Ho
Jab sehme tanhapan se, Tujhe yaad kiya
Hmm, dil, Sambhal ja zara
Phir mohabbat karne chala hai tu
Dil yahin ruk jaa zara
Phir mohabbat karne chala hai tu
Aisa kyun kar hua janu naa
Main janu naa oh oh,
Dil sambhal ja zara
Phir mohabbat karne chala hai tu
Dil yahin ruk ja zara
Phir mohabbat karne chala hai tu
Jis raah pe, hai ghar tera
Aksar wahan se, haan main hoon guzra
shayad yahin dil mein raha
Tu mujh ko mil jaye, Kya pata
Kya hai yeh silsala
Janu naa, Main janu naa
Dil sambhal ja zara
Phir mohabbat karne chala hai tu
Dil yahin ruk ja zara
Phir mohabbat karne chala hai tu
Kuch bhi nahi Jab darmayaan
Phir kyun hai dil, tere hi khwaab bunta
Chaha ki de, tujhko bhula
Par yeh bhi mumkin ho na sakaa
Kya hai yeh maamla, Janu naa
Main janu naa
Dil sambhal ja zara
Phir mohabbat karne chala hai tu
Dil yahin ruk ja zara
Phir mohabbat karne chala hai tu
Dil sambhal ja zara
Phir mohabbat karne chala hai tu