“तूने जो ना कहा” हिंदी गाना लिरिक्स को गायक मोहित चौहान ने गाया है यह न्यू यार मूवी का हिंदी गाना है। “तूने जो कहा मैं वो सुनता रहा” इस गाने को संदीप श्रीवास्तव जी ने लिखा है। और बड़े खूबसूरत ढंग से म्यूजिक दिया है , प्रीतम जी ने “तूने जो कहा मैं वो सुनता रहा” गाने के डायरेक्टर जी कबीर खान है। और इस गाने में एक्टर्स – एक्ट्रेस जॉन इब्राहिम , कैटरीना कैफ , नील नितिन मुकेश , इरफान खान और अन्य छोटे कलाकार हैं। इस म्यूजिक का लेवल म्यूजिक कंपनी वाईआरएफ है।
इस गाने को पूरा जानने या पढ़ने के लिए कृपया पूरा पोस्ट पढ़े।
“तूने जो ना कहा” गाने का विवरण
- सिंगर – मोहित चौंहान
- एल्बम – न्यू यार्क
- लेखक – संदीप श्रीवास्तव
- म्यूजिक – प्रीतम
- डायरेक्टर – कबीर खान
- एक्टर्स – जॉन अब्राहम , कैटरीना कैफ़ , नील नितिन मुकेश , इरफान खान
- म्यूजिक लेबल – वाईआरएफ
“तूने जो ना कहा” गाने का विवरण
तूने जो ना कहा
मैं वो सुनता रहा
खामखा बेवजह
ख्वाब बुनता रहा
तूने जो ना कहा
मैं वो सुनता रहा
खामखा बेवजह
ख्वाब बुनता रहा
जाने किसकी हमें
लग गयी है नजर
इस शहर में ना
अपना ठिकाना रहा
दूर चाहत से मैं अपनी चलता रहा
खामखा बेवजाह
ख्वाब बुनता रहा..
दर्द पहले से है ज्यादा
खुद से फिर ये वादा
खामोश नजरें रहे बेजुबान
अब ना पहले सी बातें है
बोलो तो लब थरथरातें है
राज ये दिल का ना हो बयाँ
हो गया के असर कोई हम पे नही
हमसफर में तो है हमसफर है नहीं
दूर जाता रहा
पास आता रहा
खामखा बेवजह
ख्वाब बुनता रहा..
आया वो फिर नजर ऐसे
बात छिड़ने लगी फिर से
आँखों में चुभता कल का धुआं
हाल तेरा ना हमसा है
इस खुशी में क्यों गमसा है
बसने लगा क्यूँ फिर वो जहाँ
वो जहाँ दूर जिससे गये थे निकल
फिर से आँखों में करती है जैसे पहल
लम्हा बीता हुआ
दिल दुखाता रहा
खामखा बेवजह
ख्वाब बुनता रहा
तूने जो ना कहा
मैं वो सुनता रहा
खामखा बेवजह
ख्वाब बुनता रहा
जाने किसकी हमें
लग गयी है नज़र
इस शहर में ना
अपना ठिकाना रहा
दूर चाहत से मैं अपनी चलता रहा
बुझ गई आग थी
दाग जलता रहा..
“TUNE JO NA KAHA” HINDI GANA LYRICS IN ENGLISH
Tune jo na kaha main woh sunta raha
Khamkha bewajah khwaab bunta raha
Tune jo na kaha main woh sunta raha
Khamkha bewajah khwaab bunta raha
Jaane kiski humein lag gayi hai nazar
Is shehar mein na apna thikana raha
Door chahat se mein apni chalta raha
Khamkha bewajah khwaab bunta raha
Dard pehle se hai jyada
Khud se phir yeh kiya vaada
Khamosh nazrein rahe bezubaan
Ab na pehle si baatein hain
Bolo to lab thar tharatein hain
Raaz yeh dil ka na ho bayaan
Ho gaya ke aasar koyi hum pe nayi
Humsafar mein toh hai humsafar hai nahi
Door jaata raha paas aatha raha
Khamkha bewajah khwaab bunta raha
Aaya woh phir nazar aise
Baat chhidne lagi phir se
Aankhon mein chubhtha kal ka dhuwaan
Haal tera na hum sa hai
Is khushi mein kyun gham sa hai
Basne laga kyun phir woh jahan
Woh jahan door jis’se gaye the nikal
Phir se yaadon ne kar di hai jaise pehal
Lamha beeta huwa dil dhukata raha
Khamkha bewajah khwaab bunta raha
Tune jo na kaha main woh sunta raha
Khamkha bewajah khwaab bunta raha
Jaane kiski humein lag gayi hai nazar
Is shehar mein na apna thikana raha
Door chahat se main apni chalta raha
Bhujh gayi aag thi daag jalta raha
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