ओम जय जगदीश हरे आरती हिंदू धर्म का बहुत ही महत्वपूर्ण और लोकप्रिय पूरे दुनियाँ में विख्यात है। इस (Hindi bhakti song) आरती को सिर्फ विष्णु भगवान के लिखा गया था। लेकिन यह इतना प्रसिद्ध आरती है कि इसे हर पूजा पाठ और Bhakti Gana भक्ती उत्सव में गाया जाता है। इस आरती के लेखक पं. श्रद्धाराम शर्मा या श्रद्धाराम फिल्लौरी जी ने लिखी थी। और रचयिता पं. श्रद्धाराम शर्मा हिन्दी साहित्य के सबसे पहले उपन्यासकार साहित्यकार भी माने जाते है। om jai jagadish lyrics Song आरती को लेकर यह भी कहा जाता है, कि इसे जो भी प्राणी पूरे मन और श्रद्धापूर्ण भाव से गाता या पड़ता है, उसका कल्याण हो जाता है। और उसे प्रसन्न देवी देवताओं के द्वारा बहुत पुण्य मिलता है। और यह Arti – Topic को Om Jai Jagdish Hare – Religious music में भी माना जाता है।
om jai jagadish lyrics आरती को 90 के दशक में अनुराधा पौडवाल ने गाया और टी सीरीज कंपनी ने गुलशन कुमार प्रस्तुत के द्वारा विडियो बनाया गया। यह आरती म्यूज़िक कंपनी T -Series के द्वारा यूट्यूब चैनल पर लॉन्च किया गया है।
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ओम जय जगदीश हरे लिरिक्स हिंदी आरती का विवरण (Details)
• आरती : ओम जय जगदीश हरे Om Jai Jagdish Hare – Song by Anuradha Paudwal
• गायक : अनुराधा पौडवाल
• लेखक : पं. श्रद्धाराम शर्मा या श्रद्धाराम फिल्लौरी
• राइटिंग सन् : 1870
• म्यूजिक कंपनी : T -Series
ॐ जय जगदीश हरे लिरिक्स आरती हिंदी में (Lyrics In Hindi)
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे ।
भक्त / दास जनों के संकट, दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे ॥
ॐ जय जगदीश हरे…
जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का,
स्वामी दुःख विनसे मन का ।
सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का ॥
ॐ जय जगदीश हरे…
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूँ मैं किसकी,
स्वामी शरण गहूँ मैं किसकी ।
तुम बिन और न दूजा, प्रभु बिन और न दूजा
आस करूँ मैं जिसकी ॥
ॐ जय जगदीश हरे…
तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी,
स्वामी तुम अन्तर्यामी ।
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी ॥
ॐ जय जगदीश हरे…
तुम करुणा के सागर, तुम पालन-कर्ता,
स्वामी तुम पालन-कर्ता ।
मैं मूरख खल कामी, मैं सेवक तुम स्वामी,
कृपा करो भर्ता॥
ॐ जय जगदीश हरे…
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति,
स्वामी सबके प्राणपति ।
किस विधि मिलूँ दयामय , तुमको मैं कुमति ॥
ॐ जय जगदीश हरे…
दीनबन्धु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे,
स्वामी तुम रक्षक मेरे ।
अपने हाथ उठाओ, अपनी शरण लगाओ,
द्वार पड़ा मैं तेरे ॥
ॐ जय जगदीश हरे…
विषय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा,
स्वामी कष्ट हरो देवा ।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, श्रद्धा-प्रेम बढ़ाओ,
सन्तन की सेवा ॥
ॐ जय जगदीश हरे…
तन मन धन सब है तेरा,
स्वामी सब कुछ है तेरा ।
तेरा तुझको अर्पण, क्या लागे मेरा ॥
ॐ जय जगदीश हरे…
श्री जगदीश जी की आरती, जो कोई नर गावे,
स्वामी जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानन्द स्वामी, सुख संपत्ति पावे ॥
ॐ जय जगदीश हरे…
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे ।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥
YouTube Video Aarati
Video Link Credit by – T-Series Yt Channel
“Om Jai Jagadish Hare Lyrics Aarati In English”
Om Jai Jagadish Hare
Swami Jai Jagadish Hare
Bhakt Jano Ke Sankat
Daas Jano Ke Sankat
Kshan Men Door Kare
Om Jai Jagadish Hare
Jo Dhyaave Phal Paave
Dukh Bin Se Man Kaa
Swami Dukh Bin Se Man Kaa
Sukh Sampati Ghar Ave
Sukh Sampati Ghar Ave
Kasht Mite Tan Kaa
Om Jai Jagadish Hare
Maat Pita Tum Mere
Sharan Kahoon Kiski
Swami Sharan Kahoon Kiski
Tum Bin Aur Na Dooja
Tum Bin Aur Na Dooja
Aas Karoon Jiski
Om Jai Jagadish Hare
Tum Pooran Paramatma
Tum Antaryami
Swami Tum Antaryami
Paar Brahm Parameshwar
Paar Brahm Parameshwar
Tum Sabke Swami
Om Jai Jagadish Hare
Tum Karuna Ke Saagar
Tum Paalan Karta
Swami Tum Paalan Karta
Main Moorakh Khalakhami
Main Sevak Tum Swami
Kripa Karo Bharta
Om Jai Jagadish Hare
Tum Ho Ek Agochar
Sab Ke Praan Pati
Swami Sab Ke Praan Pati
Kis Vidhi Miloon Dayamaya
Kis Vidhi Miloon Dayamaya
Tum Ko Main Kumati
Om Jai Jagdish Hare
Deen Bandhu Dukh Harta
Thaakur Tum Mere
Swaami Rakhshak Tum Mere
Apne Haath Uthao
Apni Sharan Lagao
Dwaar Padha Tere
Om Jai Jagadish Hare
Vishay Vikaar Mitaao
Paap Haro Deva
Swami Paap Haro Deva
Shradha Bhakti Badhao
Shradha Bhakti Badhao
Santan Ki Seva
Om Jai Jagadish Hare
Om Jai Jagadish Hare
Swami Jai Jagadish Hare
Bhakt Jano Ke Sankat
Daas Jano Ke Sankat
Kshan Men Door Kare
Om Jai Jagadish Hare