“अभी मुझमें कहीं” हिन्दी गाना लिरिक्स है। इस गाने को सोनू निगम ने गाया है यह गाना अग्नीपथ नामक फिल्म से लिया गया है। इस गाने को लिखा है। अमिताभ भट्टाचार्य ने और इस गाने की म्युजिक डायरेक्टर अजय अतुल हैं।इस गाने में एक्टिंग किया है , नायक के रूप में रितिक रोशन जी और नायिका के रूप में प्रियंका चोपड़ा ने किया है। यह गाना हिंदी भाषा से लिया गया है। और इस गाने को सोनी म्यूजिक इंडिया कंपनी लेवल से लांच किया गया है।
ऊपर दिए गए गाने का पूरा लिरिक्स जानने के लिए कृपया पूरा पोस्ट पढ़ें।
“अभी मुझ में कहीं” गाने का विवरण
- गाना:- अभी मुझ में कहीं
- गायक:- सोनू निगम
- फिल्म:- अग्निपथ
- लेखक:- अमिताभ भट्टाचार्य
- म्यूजिक डायरेक्टर:- अजय अतुल
- एक्टर:- ऋतिक रोशन
- एक्ट्रेस:- प्रियंका चोपड़ा
- लैंग्वेज:- हिंदी
- म्यूजिक लेबल:- सोनी म्यूजिक इंडिया
“अभी मुझमें कहीं” गाना लिरिक्स हिंदी में
अभी मुझ में कहीं..
बाकी थोड़ी सी है जिन्दगी..
जागी धड़कन नई
जाना ज़िन्दा हूं मैं तो अभी
कुछ ऐसी लगन इस लम्हे में है
ये लम्हा कहाँ था मेरा
अभी है सामने
इसे छु लूं ज़रा
मर जाऊं या जी लूं ज़रा
खुशियाँ चूम लूं
या रो लूं ज़रा
मर जाऊं या जी लूं ज़रा
धूप में जलते हुए तन को
छाया पेड़ की मिल गयी
रूठे बच्चे की हंसी जैसे
फुसलाने से फिर खिल गयी
रूठे बच्चे की हंसी जैसे
फुसलाने से फिर खिल गयी
कुछ ऐसा ही महसुस दिल को हो रहा
बरसों के पुराने ज़ख्मों पे
मरहम लगा सा है
कुछ एहसास है, इस लम्हे में है
ये लम्हा कहाँ था मेरा
अभी है सामने
इसे छु लूं ज़रा
मर जाऊं या जी लूं ज़रा
खुशियाँ चूम लूं
या रो लूं ज़रा
डोर से टूटी पतंग जैसी
थी ये जिंदगानी मेरी
आज हो कल मेरा ना हो
हर दिन थी कहानी मेरी
एक बंधन नया पीछे से मुझको बुलाये
आने वाले कल की
क्यूँ फ़िकर मुझको सता जाये
इक ऐसी चुभन इस लम्हें में है
ये लम्हा कहाँ था मेरा
अभी है सामने
इसे छु लूं ज़रा
मर जाऊं या जी लूं ज़रा
खुशियाँ चूम लूं
या रो लूं ज़रा
मर जाऊं या जी लूं ज़रा.
“Abhi Mujh Mein Kahin” Hindi Gana Lyrics in English
Abhi mujh mein kahin
Baaqi thodi si hai zindagi
Jagi dhadkan nayi
Jaana zinda hoon main toh abhi
Kuch aisi lagan iss lamhe mein hai
Ye lamha kahaan tha mera
Ab hai saamne
Issey chhoo loon zaraa
Mar jaaoon ya jee loon zaraa
Khushiyaan choom loon
Yaa ro loo’n zaraa
Mar jaaun ya jee loon zaraa
Ho o.. abhi mujh mein kahin
Baaqi thodi si hai zindagi
Ho.. dhoop mein jalte huey tann ko
Chhaya perh ki mill gayee
Roothe bachche ki hansi jaise
Phuslaane se phir khill gayee
Kuchh aisa hi abb mehsoos dil ko ho rahaa hai
Barso’n ke purane zakhm pe marham laga sa hai
Kuch aisa rahem, iss lamhe mein hai
Ye lamha kahaan tha mera
Ab hai saamne
Issey chhoo loon zara
Mar jaaoon ya jee loon zara
Khushiyaan choom loon
Yaa ro loo’n zaraa
Mar jaaoo’n yaa jee loon zaraa
Dor se tooti patang jaisi, thi ye zindagani meri
Aaj ho kal ho mera naa ho
Har din thi kahani meri
Ik bandhan naya peechhe se abb mujhko bulaaye
Aane waley kal ki kyun fikar mujhko sata jaaye
Ik aisi chubhan iss lamhe me hai
Ye lamha kahaan tha mera aa
Ab hai saamne
Issey chhoo loon zara
Mar jaaoo’n ya jee loon zara
Khushiyaan choom loon
Yaa ro loo’n zaraa
Mar jaaoo’n ya jee loon zara