“मेरे सामने वाली खिड़की में, एक चांद का टुकड़ा रहता है लिरिक्स” हिंदी गाना बॉलीवुड फिल्म से लिया गया है। यह गाना “पड़ोसन नामक फिल्म” से लिया गया है। यह गाना 7 मार्च 1968 को रिलीज किया गया था।
यह 90 के दशक के पहले का गाना है। और इस गाने को ‘ लेखक राजेश कृष्ण जी’ ने लिखा है। और इस गाने को कंपोज राहुल देव बर्मन ने किया है।
यह गाना को म्यूजिक डायरेक्टर भी राहुल देव बर्मन ही है। और इस गाने में स्टार कास्ट मेन लीड में सुनील दत्त, सारा बानो, किशोर कुमार, महमूद और अन्य छोटे कलाकार भी काम किए हैं। यह गाना म्यूजिक लेबल सारेगामा और यूट्यूब चैनल पर लांच किया गया है।
“मेरे सामने वाली खिड़की में लिरिक्स हिंदी गाने” का विवरण
• गाना: मेरे सामने वाली खिड़की में “Mere Samane Wali Khidki Lyrics Hindi”
• फिल्म: पड़ोसन
• गायक: किशोर कुमार
• लेखक: राजेंद्र कृष्ण
• म्युजिक कंपोजर: राहुल देव बर्मन
• म्युजिक डायरेक्टर: राहुल देव बर्मन
• म्युजिक लेबल: सारेगामा
• स्टार कास्ट: सुनील दत्त, सारा बानो, किशोर कुमार, मेहमूद
• रिलीज तारीख: 7 मार्च 1968
“मेरे सामने वाली खिड़की में लिरिक्स” गाना हिंदी में
अरे हे ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला.. हम्म हे हे
मेरे सामने वाली खिड़की में
एक चांद का टुकड़ा रहता है
मेरे सामने वाली खिड़की में
एक चांद का टुकड़ा रहता है
अफ़सोस ये है के वो हमसे
कुछ उखड़ा-उखड़ा रहता है
मेरे सामने वाली खिड़की में
एक चांद का टुकड़ा रहता है
जिस रोज़ से देखा है उसको
हम शमां जलाना भूल गये
दिल थाम के ऐसे बैठे हैं
कहीं आना-जाना भूल गये
अब आठ पहर इन आँखों में
वो चंचल मुखड़ा रेहता है
मेरे सामने वाली खिड़की में
एक चांद का टुकड़ा रहता है
बरसात भी आकर चली गई
बादल भी गरज कर बरस गये
बरसात भी आकर चली गई
बादल भी गरज कर बरस गये
पर उसकी एक झलक को हम
ऐ हुस्न के मालिक तरस गये
कब प्यास बुझेगी आँखों की
दिन-रात ये दुखड़ा रहता है
मेरे सामने वाली खिड़की में
एक चांद का टुकड़ा रहता है
अफ़सोस ये है के वो हमसे
कुछ उखड़ा-उखड़ा रहता है
मेरे सामने वाली खिड़की में
एक चांद का टुकड़ा रहता है।
“Mere Samane Wali Khidki Mein Lyrics” In English
Are hai..
La la la la la la la la la la la la la lah..
Hmmm he hee
Mere saamne waali khidki mein
Ek chaand ka tukda rehta hai
Mere saamne waali khidki mein
Ek chaand ka tukda rehta hai
Afsos ye hai ke vo hamse
Kuchh ukhda ukhda rehta hai
Mere saamne waali khidki mein
Ek chaand ka tukda rehta hai
Jis roz se dekha hai usko
Ham shamaa jalaana bhool gaye
Dil thaam ke aise baithe hain
Kahin aana jaana bhool gaye
Ab aath pahar in aankhon mein
Vo chanchal mukhda rehta hai
Mere saamne waali khidki mein
Ek chaand ka tukda rehta hai
Barsaat bhi aakar chali gayi
Baadal bhi garaj kar baras gaye
Barsaat bhi aakar chali gayi
Baadal bhi garaj kar baras gaye
Par uski ek jhalak ko ham
Ai husn ke maalik taras gaye
Kab pyaas bujhegi aankhon ki
Din raat ye dukhda rehta hai
Mere saamne waali khidki mein
Ek chaand ka tukda rehta hai
Afsos ye hai ke vo hamse
Kuchh ukhda ukhda rehta hai
Mere saamne waali khidki mein
Ek chaand ka tukda rehta hai
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