“ऐ मेरे वतन के लोगों” हिंदी देश भक्ति गाना को लता मंगेशकर ने गया है। और इस गाने को कवि प्रदीप जी ने लिखा है। इस गीत “ऐ मेरे वतन के लोगों” को जब कवि प्रदीप जी ने लिखा उसी समय या कह लीजिए लिखते लिखते ही मन बना लिया कि ये गाने “ऐ मेरे वतन के लोगों” को लता जी से गवाएंगे।
लेकिन जब कवि प्रदीप जी ने लता जी को ये गाना गाने को कहा तो लता मंगेशकर ने किसी कारण वस मना कर दिया कि “ऐ मेरे वतन के लोगों” गाने को मैं नहीं गाऊंगी । फिर इस गीत को आशा घोंसले को गाने को मिला लेकिन कवि प्रदीप जी को तो लता जी से ही गवाना था । फिर कवि प्रदीप जी ने कैसे वैसे करके लता जी को मना लिया गाने को । तो लता जी कवि जी ने पूरा गाना सुनाया ।
जब लता मंगेशकर जी “ऐ मेरे वतन के लोगों” गाने को पहली बार सुना तो रो दी। फिर लता जी तैयार हो “ऐ मेरे वतन के लोगों” इस गाने को गाने के लिए , लेकिन उन्हों ने कवि प्रदीप जी के आगे एक शर्त रखी कि इस गाने का जब रिहर्सल होगा तो वहां प्रदीप जी को खुद मौजूद रहना होगा । इस को कवि प्रदीप जी ने मान लिया और तैयार हो गए । फिर क्या तब इस देश भक्ति गाने ने एक लोगो में एक नई देश प्रेम की लहर दौड़ाई । फिर इस गाने ने इतिहास रच दिया।
जब इस “ऐ मेरे वतन के लोगों” को लता जी ने नेशनल स्टेडियम में गा रही तो वहां तमाम भीड़ में जवाहरलाल नेहरू जी भी थे । इस गाने को सुनकर जवाहरलाल नेहरु की आखों से पानी बहने लगे । तब जवाहरलाल नेहरू जी उस भरी महफिल में मंच के द्वारा ये एलान किया।
कि जो हिन्दुस्तानी ये गाने “ऐ मेरे वतन के लोगों” सुनकर प्रेरित नहीं हो सकता तो मेरे ख्याल से वो हिन्दुस्तानी नही है।
गाने का विवरण
- गायक : लता मंगेशकर
- म्यूजिक डायरेक्टर और कंपोजर : सी . रामचंद्र
- लेखक : कवि प्रदीप
“ऐ मेरे वतन के लोगों” हिन्दी लिरिक्स
ऐ मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन हैं हम सब का, लहरा लो तिरंगा प्यारा..
पर मत भूलो सीमा पर, वीरों ने हैं प्राण गवाये
कुछ याद उन्हें भी कर लो, कुछ याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के घर ना आये,
जो लौट के घर ना आये ऐ मेरे वतन के लोगों,
ज़रा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
तुम भूल ना जाओ उनको इसलिए कही ये कहानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी जब देश में थी दीवाली,
वो खेल रहे थे होली
जब हम बैठे थे घरों में..जब हम बैठे थे घरों में ..
वो झेल रहे थे गोली
संगीन पे धर कर माथा, सो गये अमर बलिदानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी जब घायल हुआ हिमालय,
ख़तरे में पड़ी आज़ादी
जब तक थी साँस लडे वो..जब तक थी साँस लडे वो,
फिर अपनी जान बिछा दी
जो खून गिरा पर्वत पर, वो खून था हिन्दुस्तानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी कोई सिख कोई जाट मराठा,
कोई गुरखा कोई मद्रासी
सरहद पर मरनेवाला..सरहद पर मरनेवाला,
हर वीर था भारतवासी
थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी थी खून से लथपथ काया,
फिर भी बंदुक उठाके
दस दस को एक ने मारा, फिर गिर गये होश गँवा के
जब अंत समय आया तो, कह गये के अब मरते हैं
खुश रहना देश के प्यारों, अब हम तो सफ़र करते हैं
क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी
जो शहीद हुये हैं उनकी,
ज़रा याद करो कुर्बानी तुम भूल ना जाओ
उनको इसलिए कही ये कहानी
जो शहीद हुये हैं उनकी,
ज़रा याद करो कुर्बानी जय हिंद,
जय हिंद की सेना जय हिंद,
जय हिंद की सेना
Aye Mere Watan Ke Logo Lyrics in English
ai mere vatan ke logo.n
tum khuub lagaa lo naaraa
ye shubh din hai ham sab kaa
laharaa lo tira.ngaa pyaaraa
par mat bhuulo siimaa par
viiro.n ne hai praaN ga.Nvaae
kuchh yaad unhe.n bhii kar lo -2
jo lauT ke ghar na aaye -2
ai mere vatan ke logo.n
zaraa aa.Nkh me.n bhar lo paanii
jo shahiid hue hai.n unakii
zaraa yaad karo kubani
jab ghaayal huaa himaalay
khatare me.n pa.Dii aajadi
jab tak thii saa.Ns la.De vo
phir apanii laash bichhaa dii
sa.ngiin pe dhar kar maathaa
so gaye amar balidaani
jo shahiid…
jab desh me.n thii Diwali
vo khel rahe the holI
jab ham baiThe the gharo.n me.n
vo jhel rahe the golii
the dhanya javaan vo aapane
thii dhanya vo unaki Jawani
jo shahiid…
koii sikh koii jaaT maraaThaa
koii gurakhaa koii madraasi
sarahad par maranevaalaa
har viir thaa bhaarat vaasii
jo khuun giraa pav.rat par
vo khuun thaa hi.ndustaanii
jo shahiid…
thii khuun se lath-path kaayaa
phir bhii banduuk uThaake
das-das ko ek ne maaraa
phir gir gaye hosh ga.Nvaa ke
jab ant-samay aayaa to
kah gaye ke ab marate hai.n
khush rahanaa desh ke pyaaro.n
ab ham to safar karate hai.n
kyaa log the vo dIvaane
kyaa log the vo abhi maani
jo shahiid…
tum bhuul na jaao unako
is liye kahii ye kurbani
jo shahiid…
jay hind… jay hind kii senaa -2
jay hind, jay hind, jay hind
ऐ मेरे वतन के लोगों गाने का प्रश्न उत्तर ?
प्रश्न : “ऐ मेरे वतन के लोगों” हिंदी गाने का गायक (सिंगर) कौन है?
उत्तर : ऐ मेरे वतन के लोगों गाने को लता मंगेशकर जी ने गाया है।
प्रश्न : “ऐ मेरे वतन के लोगों” गाने को किसने लिखा है?
उत्तर : ऐ मेरे वतन के लोगों गाने को कवि प्रदीप जी ने लिखा है।
प्रश्न : “ऐ मेरे वतन के लोगों” गाने का म्यूज़िक डिरेक्टर कौन है?
उत्तर : ऐ मेरे वतन के लोगों गाने का संगीत सी रामचंद्र जी है।